वाराणसी की इस मुस्लिम महिला ने दे दिया राम मंदिर पर बड़ा बयान वाराणसी. मिलजुलकर आपसी बातचीत से अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा सुलझाने की कोर्ट की सलाह के बाद एक बार फिर देश में इस मसले पर बहस छिड़ चुकी है. इस मसले पर सभी पस्ख अपनी-अपनी राय रख रहे हैं. इस बीच वाराणसी की एक मुस्लिम महिला ने ऐसा बयान दिया है, जिससे हलचल मच गई है. राम मंदिर मुद्दे पर वाराणसी की मुस्लिम महिलाएं काफी उत्साहित हैं. वाराणसी स्थित मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी का मानना है कि सभी धर्म एक सामान है और सभी को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए. नाजनीन का मानना है कि अयोध्या रामचंद्र जी की जन्मभूमि है इसलिए उनके मंदिर का निर्माण अयोध्या में ही होना चाहिए. नाजनीन के मुताबिक़ साल 2006 में बनारस के संकट मोचन में बम ब्लास्ट के बाद से हिन्दुओं का नजरिया मुस्लिम समुदाय के प्रति बदल चुका है. उन्होंने बतया कि इस बलस्ट के बाद उके साथ वाराणसी की कई मुस्लिम महिलाओं ने संकट मोचन मंदिर पहुंचकर हनुमान जी का दर्शन- पूजन किया था. इस घटना से आहत नाजनीन ने मुस्लिम समुदाय के लोगों का परिचय अन्य धर्मों से कराने के उद्देश्य से तमाम ग्रंथों को उर्दू में अनुवाद किया और लोगों को जागरूक किया. उनका मकसद था कि वे समाज में यह संदेश दे सकें कि कोई भी धर्मग्रंथ किसी भी धर्म का अनादर नहीं करता. नाजनीन का भी मानना है कि अयोध्या में पहले मंदिर था जिसे बाबर कीके संपति मेरे बांकी ने गिरवा दिया था. उनके मुताबिक़ अब अजब स्पुरीम कोर्ट ने भी हिन्दू मुस्लिम एकता की सलाह दी हैं तो इस पर बातचीत होनी चाहिए और मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ़ कर देना
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