हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के काल हैं ये मौसमी फ्रूट... उच्च रक्तचाप को हम Hypertension और High BP भी कहते है यह एक शांत ज्वालामुखी की तरह होता है जिसमें ऊपर से तो कोई लक्षण दिखाई नही देते लेकिन अगर यह ज्वाला मुखी फट जाता है तो यह जान लेवा भी हो सकता है इसमें व्यक्ति को हार्ट अटैक आ सकता है या लकवा भी हो सकता है इसलिए समय रहते इस बीमारी का इलाज़ शुरू कर देना चाहिए ताकि हमे बाद में पछताना न पड़े |आप इसका इलाज़ कुछ मौसमी फलों के द्वारा शुरू कर सकते है |आज हम आपके लिए crazy India की तरफ से इस विडियो में ऐसे कुछ फलों के बारे में बतायेगे जिन को खाकर आप high bp और cholesterol की समस्या से छुटकारा पा सकते है |ये साधारण और सस्ते मौसमी फल अगर हम नियमित रूप से अपने जीवन में खाने शुरू कर दें तो हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल की समस्या से सहज ही छुटकारा पा सकते हैं| तो ज़रूर खाना शुरू करें ये फल | सबसे पहले तो हम आपको बतायेगे कि high BP होता क्या है आइये जानते है - जब आपका Systolic BP 140 mmhg या इससे ऊपर और Diastolic BP 90 mmhg या इससे ऊपर हो जाता है तब इसे high bp या Hypertension कहते है |हर व्यक्ति का रक्तचाप हर घंटे और प्रत्येक दिन बदलता रहता है | उच्च रक्तचाप के लक्षण - Hypertension होने पर कोई बड़ा लक्षण सामने नही आता बल्कि इसमें रक्तचाप बढ़ने से रोगी के सिर में बहुत अधिक दर्द होने लगता है और उसे गुस्सा भी ज्यादा ही आने लगता है कभी कभी उसे धुन्दला भी दिखाई देने लगता है | जिन लोगो के परिवार में यह बीमारी पहले से है या उनका वज़न ज्यादा है उनको 20 साल कि आयु के बाद साल में कम से कम एक बार bp जरूर टेस्ट करवाना चाहिए | अब आपको उन फलों के बारे में बताते है जिनको अपने आहार में शामिल करके आप Hypertension ,और cholesterol जैसी बीमारी का इलाज़ घर बैठे शरू कर सकते है | #Apple सेब - उच्च रक्तचाप के मरीज को हर रोज सुबह खली पेट दो सेब खाने चाहिए | इससे पेशाब खुलकर और जल्दी आएगा इससे शरीर का नमक भी बाहर निकल जाता है और गुर्दों को आराम मिलता है | #Lemon निम्बू - हृदय की कमज़ोरी को दूर करने के लिए निम्बू में विशेष गुण पाए जाते है। इसके निरंतर प्रयोग से रक्तवाहिनियों में लचक और कोमलता आ जाती है। और इनकी कठोरता दूर हो जाती है। इसलिए उच्च रक्तचाप जैसे रोग को दूर करने में निम्बू उपयोगी है। इससे बुढ़ापे तक हृदय शक्तिशाली बना रहता है और हार्ट अटैक का भय नहीं रहता । कैसा भी ब्लड प्रेशर हो, पानी में निम्बू निचोड़कर दिन में कई बार पीने से लाभ होता है। सुबह -सुबह एक निम्बू का रस गर्म पानी में मिलाकर पिने से बहुत फायदे मिलते है। #मौसमी नारंगी - उच्च रक्तचाप में दो नारंगी हर रोज खाते रहने से रक्तचाप सामान्य रहेगा। नित्य प्रात: भूखे पेट एक गिलास नारंगी का जूस पियें और रात को सोते समय एक गिलास गर्म दूध पियें। इनमे पोटैशियम और कैल्शियम पाया जाता है। पोटैशियम और कैल्शियम की मात्रा बढ़ाकर रक्तचाप कम किया जा सकता है जो नारंगी और दूध के सेवन से बढ़ जाते हैं। ये मिनरल्स उच्च रक्तचाप के जिम्मेदार सोडियम का स्तर बढ़ने से किडनी को होने वाले नुक्सान से बचाते हैं। #आँवला- रक्तचाप के रोगी के लिए आंवले का उपयोग लाभदायक है।इसमे सोडियम कम करने की क्षमता होती है यह रक्त बढ़ाने और साफ़ करने में भी सहायक है तथा इससे शरीर को आवश्यक फाइबर मिलता है। आंवले का मुरब्बा नित्य प्रात: खाने से उच्च रक्तचाप ठीक हो जाता है। #Banana केला - केले में सोडियम कम होता हैऔर पोटैशियम अधिक होता है जो उच्च रक्तचाप नियंत्रण के लिए आवश्यक है। इस कारण से उच्च रक्तचाप की रोकथाम में यह सहायक होता है। #Ppaya पपीता - हर रोज सुबह खाली पेट 250 ग्राम पका हुआ पपीता दो तीन महीने तक खाते रहने से उच्च रक्तचाप सही होता है। #चुकंदर - चुकंदर में नाइट्रेट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है नाइट्रेट शरीर में जाने पर नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है| नाइट्रिक ऑक्साइड संकुचित रक्त वाहिकाओं को खोलने में बहुत उपयोगी है। इसलिए चुकंदर का सेवन उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों में किसी चमत्कार से कम नहीं।चुकन्दर के सेवन से रक्त भी बढ़ता है | #Grapes अंगूर - शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट और प्रो ऑक्सीडेंट दोनों पाये जाते हैं। यदि प्रो ऑक्सीडेंट ज़्यादा हो तो हृदय रोगों और कैंसर और अन्य घातक बिमारियों के जल्दी होने की सम्भावना बढ़ जाती है। लाल काले अंगूरों में एंटी ऑक्सीडेंट की संख्या अधिक होती है। इसलिए काले अंगूरों के खाने से कैंसर और हृदय रोग कम होते हैं। हृदय रोगों में अंगूर का रस बहुत लाभकारी सिद्ध होता है। यह रक्त को जमनेऔर उसके थक्के बनने से रोकता है जिससे हृदय में रक्त का संचार सुचारू रूप से होता है, परिणामस्वरूप हृदय रोग नहीं होते। दोस्तों समाज हित में ये जानकारी जरूर शेयर करे जिससे कि सभी लोग इस जानकारी से फायदा उठा सके |
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